मिल गए संकेत, 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में इतना होगा इजाफा 8th Pay Commission

By Meera Sharma

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8th Pay Commission

8th Pay Commission: भारत में केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन संरचना में परिवर्तन लाने के लिए केंद्र सरकार हर दशक में नया वेतन आयोग गठित करती है। यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है और इसका उद्देश्य महंगाई दर के अनुपात में कर्मचारियों के वेतन में उचित संशोधन करना है। पिछली बार सातवां वेतन आयोग वर्ष 2014 में स्थापित किया गया था, जिसकी सिफारिशें 2016 से लागू हुई थीं। उस समय केंद्रीय कर्मचारियों की मूल वेतन में काफी बढ़ोतरी देखी गई थी।

वर्तमान में देश भर में एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी आठवें वेतन आयोग के गठन और इसकी सिफारिशों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जनवरी 2025 में केंद्र सरकार ने आठवें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है, लेकिन अभी तक इसकी सिफारिशों को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। यह स्थिति सरकारी कर्मचारियों में उत्सुकता और चर्चा का विषय बनी हुई है।

फिटमेंट फैक्टर में संभावित वृद्धि

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वेतन आयोग की सिफारिशों में सबसे महत्वपूर्ण पहलू फिटमेंट फैक्टर होता है, जो वेतन संरचना को पुनर्गणना करने के लिए एक गुणक का काम करता है। सातवें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 निर्धारित किया गया था। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, आठवें वेतन आयोग में इस फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 2.86 किया जा सकता है। यह वृद्धि केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।

इस नए फिटमेंट फैक्टर के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम मूल वेतन में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है। वर्तमान में जो न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये प्रति माह है, वह बढ़कर 51,480 रुपये प्रति माह हो सकता है। यह लगभग तीन गुना वृद्धि होगी, जो कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी

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केंद्रीय कर्मचारियों के अलावा पेंशनभोगियों के लिए भी यह एक सुखद समाचार है। आठवें वेतन आयोग के लागू होने से पेंशनभोगियों की न्यूनतम पेंशन में भी काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। वर्तमान में जो न्यूनतम पेंशन 9,000 रुपये प्रति माह है, वह बढ़कर 25,740 रुपये प्रति माह हो सकती है। यह वृद्धि बुजुर्ग पेंशनभोगियों के जीवन स्तर में सुधार लाने में सहायक होगी।

पेंशन में यह वृद्धि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि बढ़ती महंगाई के कारण पेंशनभोगियों के लिए अपना जीवन यापन करना कठिन हो गया है। नई पेंशन दरें उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेंगी और उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगी।

भत्तों में होने वाले परिवर्तन

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मूल वेतन में वृद्धि के साथ-साथ विभिन्न भत्तों में भी संशोधन होने की संभावना है। मकान किराया भत्ता और यात्रा भत्ते में कर्मचारियों की पदस्थापना और कार्य की आवश्यकताओं के आधार पर बदलाव किए जा सकते हैं। इससे समान वेतन ग्रेड के कर्मचारियों की कुल मासिक आय में भी अंतर हो सकता है। शहरी क्षेत्रों में तैनात कर्मचारियों को अधिक मकान किराया भत्ता मिल सकता है।

भत्तों में यह परिवर्तन कर्मचारियों की वास्तविक आय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। विशेष रूप से महंगे शहरों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए यह राहत का कारण होगा, जहां जीवन यापन की लागत अधिक है।

पेंशन योजना और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव

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वेतन वृद्धि का प्रभाव राष्ट्रीय पेंशन योजना और केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना पर भी पड़ेगा। वर्तमान में कर्मचारी अपनी मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 10 प्रतिशत राष्ट्रीय पेंशन योजना में योगदान देते हैं, जबकि सरकार 14 प्रतिशत का योगदान करती है। वेतन बढ़ने के बाद इन योजनाओं में कर्मचारियों का योगदान भी बढ़ेगा। यह दीर्घकालिक रूप से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद की सुरक्षा को मजबूत बनाएगा।

केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना के शुल्क भी नई वेतन संरचना के अनुसार समायोजित किए जाएंगे। हालांकि इससे कर्मचारियों का योगदान बढ़ेगा, लेकिन उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं भी मिलेंगी।

विभिन्न वेतन ग्रेड में अनुमानित वृद्धि

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आरंभिक अनुमानों के अनुसार, विभिन्न वेतन ग्रेड में काफी वृद्धि होने की संभावना है। ग्रेड 2000 स्तर पर मूल वेतन 57,456 रुपये तक हो सकता है, जबकि कुल वेतन 74,845 रुपये और हाथ में आने वाली राशि 68,849 रुपये हो सकती है। उच्च ग्रेड के कर्मचारियों के लिए यह वृद्धि और भी अधिक होगी। ग्रेड 6600 स्तर पर मूल वेतन 1,84,452 रुपये तक पहुंच सकता है।

ये आंकड़े केवल अनुमानित हैं और वास्तविक वेतन संरचना में कुछ अंतर हो सकता है। फिर भी, यह स्पष्ट है कि आठवें वेतन आयोग से केंद्रीय कर्मचारियों को काफी लाभ होने की उम्मीद है।

Disclaimer

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इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्टों और अनुमानों पर आधारित है। आठवें वेतन आयोग की वास्तविक सिफारिशें सरकार द्वारा आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट होंगी। वेतन वृद्धि की सटीक जानकारी के लिए सरकारी अधिसूचनाओं का इंतजार करना आवश्यक है।

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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