CIBIL Score: आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को मापने वाला एक तीन अंकों का महत्वपूर्ण पैमाना है जो 300 से 900 के बीच होता है। यह स्कोर Credit Information Bureau India Limited द्वारा तैयार किया जाता है और यह आपके क्रेडिट इतिहास, वित्तीय व्यवहार और ऋण चुकाने की क्षमता का प्रतिबिंब होता है। आधुनिक वित्तीय दुनिया में यह स्कोर आपकी पहचान का एक अभिन्न अंग बन गया है। जब भी आप कोई लोन, क्रेडिट कार्ड या अन्य वित्तीय सेवा के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक और वित्तीय संस्थान सबसे पहले आपके CIBIL Score की जांच करते हैं।
यह स्कोर आपके पिछले कई वर्षों के वित्तीय व्यवहार पर आधारित होता है और इसमें आपका क्रेडिट कार्ड का उपयोग, लोन की अदायगी, EMI का भुगतान और अन्य वित्तीय लेनदेन शामिल होते हैं। बैंक इस स्कोर के आधार पर आपके डिफॉल्टर बनने की संभावना का आकलन करते हैं और तदनुसार लोन की मंजूरी, ब्याज दर और अन्य शर्तें तय करते हैं। एक अच्छा CIBIL Score न केवल आपको आसानी से लोन दिलाता है बल्कि बेहतर ब्याज दरों पर भी मिलता है। इसलिए नियमित रूप से अपने CIBIL Score की निगरानी करना और इसे बेहतर बनाने के लिए प्रयास करना आवश्यक है।
न्यूनतम रेंज 300-680 – चेतावनी का संकेत
यदि आपका CIBIL Score 300 से 680 के बीच है तो यह एक चिंताजनक स्थिति है और इसे सबसे कम रेंज माना जाता है। इस स्कोर रेंज का मतलब है कि आपके वित्तीय व्यवहार में कई कमियां हैं और आपने अपने क्रेडिट कार्ड बिल या लोन की EMI के भुगतान में बार-बार देरी की है। बैंक और वित्तीय संस्थान इस रेंज को बेहद जोखिम भरा मानते हैं क्योंकि इससे पता चलता है कि आप अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा करने में असमर्थ हैं। इस स्कोर रेंज वाले व्यक्तियों के डिफॉल्टर बनने की संभावना सबसे अधिक होती है।
इस रेंज में स्कोर होने पर आपको किसी भी प्रकार का लोन या क्रेडिट कार्ड मिलना बेहद मुश्किल हो जाता है। यदि कोई बैंक लोन देने को तैयार भी होता है तो वह बहुत अधिक ब्याज दर लगाता है और सख्त शर्तें रखता है। इसके अलावा आपको गारंटर या अधिक सिक्योरिटी भी देनी पड़ सकती है। यदि आपका स्कोर इस रेंज में है तो तुरंत अपने वित्तीय व्यवहार में सुधार करना शुरू करें। सभी बकाया राशि का भुगतान करें, भविष्य में समय पर EMI भरें और क्रेडिट कार्ड का जिम्मेदारी से उपयोग करें। इस रेंज से बाहर निकलने में समय लगता है लेकिन निरंतर प्रयास से सुधार संभव है।
मध्यम रेंज 681-730 – सुधार की आवश्यकता
681 से 730 के बीच का CIBIL Score दर्शाता है कि आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार की गुंजाइश है। यह रेंज बताती है कि आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल और लोन की EMI के भुगतान में कभी-कभार देरी करते हैं लेकिन आप पूरी तरह से डिफॉल्टर नहीं हैं। हालांकि यह पिछली रेंज से बेहतर है लेकिन फिर भी यह आदर्श स्थिति नहीं है और इसमें सुधार की जरूरत है। इस रेंज में होने का मतलब है कि आप समय पर भुगतान करने में संघर्ष कर रहे हैं और आपकी वित्तीय योजना में कहीं न कहीं कमी है।
इस स्कोर रेंज में आपको लोन मिल सकता है लेकिन शायद सबसे अच्छी शर्तों पर नहीं। बैंक आपसे अधिक ब्याज दर लगा सकते हैं और कुछ अतिरिक्त शर्तें भी रख सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय भी आपको प्रीमियम कार्ड नहीं मिल सकते और सीमित क्रेडिट लिमिट मिल सकती है। इस रेंज से बेहतर स्कोर पाने के लिए आपको अपने वित्तीय अनुशासन में सुधार करना होगा। समय पर सभी बिल और EMI का भुगतान करें, क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 प्रतिशत से कम उपयोग करें और नए क्रेडिट के लिए बार-बार आवेदन न करें।
अच्छी रेंज 731-770 – सकारात्मक संकेत
731 से 770 के बीच का CIBIL Score एक अच्छा संकेत है और यह दर्शाता है कि आपका क्रेडिट व्यवहार अधिकतर सकारात्मक है। इस रेंज में स्कोर होने का मतलब है कि आप अपने वित्तीय दायित्वों को समय पर पूरा करते हैं और बैंक आपको एक विश्वसनीय ग्राहक मानते हैं। इस स्कोर के साथ आपको क्रेडिट कार्ड और लोन की मंजूरी मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। हालांकि यह एक अच्छा स्कोर है लेकिन अभी भी आपको सबसे बेहतरीन ब्याज दरें नहीं मिल सकतीं और आपको प्रीमियम वित्तीय उत्पादों के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है।
इस रेंज में बैंक आपको लोन देने में झिझक नहीं करते लेकिन वे सबसे कम ब्याज दर नहीं दे सकते। आपको मार्केट रेट या उससे थोड़ी अधिक दर पर लोन मिल सकता है। क्रेडिट कार्ड के मामले में आपको अच्छी क्रेडिट लिमिट मिल सकती है लेकिन सबसे प्रीमियम कार्ड नहीं मिल सकते। इस स्कोर को और बेहतर बनाने के लिए आपको पूरी तरह से समय पर भुगतान करना होगा, क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कम रखना होगा और लंबे समय तक अच्छा क्रेडिट इतिहास बनाए रखना होगा। धैर्य और निरंतर अच्छे वित्तीय व्यवहार से आप इस स्कोर को और ऊंचे स्तर पर ले जा सकते हैं।
बहुत अच्छी रेंज 771-790 – उत्कृष्ट व्यवहार का प्रमाण
771 से 790 के बीच का CIBIL Score बहुत अच्छा माना जाता है और यह आपके उत्कृष्ट वित्तीय अनुशासन का प्रमाण है। इस स्कोर का मतलब है कि आप लगातार समय पर अपने सभी क्रेडिट कार्ड बिल और लोन की EMI का भुगतान करते हैं। बैंक और वित्तीय संस्थान आपको एक आदर्श ग्राहक मानते हैं क्योंकि आपके डिफॉल्ट होने का जोखिम न्यूनतम है। इस स्कोर रेंज के साथ आपको वित्तीय बाजार में एक मजबूत पहचान मिलती है और लगभग सभी प्रकार के लोन और क्रेडिट कार्ड आसानी से मिल जाते हैं।
इस रेंज में स्कोर होने पर आपको अच्छी ब्याज दरें मिलती हैं और बैंक आपके साथ बेहतर शर्तों पर डील करने को तैयार होते हैं। आपको प्री-अप्रूवल ऑफर मिलते रहते हैं और वित्तीय संस्थान खुद आपसे संपर्क करके अपने उत्पाद ऑफर करते हैं। हालांकि यह बहुत अच्छा स्कोर है लेकिन अभी भी सबसे बेहतरीन नहीं है। अगर आप इसे 800 के पार ले जा सकें तो आपको और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकती हैं। इस स्कोर को बनाए रखने के लिए निरंतर अनुशासन की जरूरत होती है और किसी भी प्रकार की चूक से बचना होता है।
सर्वोत्तम रेंज 791-900 – वित्तीय सफलता का शिखर
791 से 900 के बीच का CIBIL Score सर्वोत्तम माना जाता है और यह वित्तीय जगत में आपकी सफलता का शिखर दर्शाता है। इस स्कोर रेंज वाले व्यक्ति को वित्तीय बाजार में VIP ट्रीटमेंट मिलता है और सभी बैंक उन्हें अपना सबसे मूल्यवान ग्राहक मानते हैं। इस स्कोर के साथ आपको सबसे कम ब्याज दर पर लोन मिलता है, सबसे बेहतरीन क्रेडिट कार्ड मिलते हैं और बैंक आपको विशेष सुविधाएं प्रदान करते हैं। इस रेंज में पहुंचना कई वर्षों के अच्छे वित्तीय व्यवहार का परिणाम होता है।
इस स्कोर रेंज के साथ आपको तुरंत लोन अप्रूवल मिलता है और कभी-कभार बैंक बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज के ही लोन दे देते हैं। आपको प्रीमियम बैंकिंग सेवाएं मिलती हैं और आप विशेष ऑफर के हकदार बनते हैं। हालांकि इस स्कोर को हासिल करना और बनाए रखना दोनों ही चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए वर्षों तक बिना किसी चूक के EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना होता है, क्रेडिट मिक्स को संतुलित रखना होता है और वित्तीय अनुशासन का कड़ाई से पालन करना होता है। यह स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का सबसे मजबूत प्रमाण है।
CIBIL Score सुधारने के व्यावहारिक उपाय
अपने CIBIL Score को बेहतर बनाने के लिए कुछ व्यावहारिक उपाय अपनाने होंगे। सबसे महत्वपूर्ण है समय पर सभी EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना। यदि आप एक बार भी चूकते हैं तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपके स्कोर पर पड़ता है। क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 प्रतिशत से कम उपयोग करें और पूरी लिमिट का उपयोग करने से बचें। एक साथ कई जगह क्रेडिट के लिए आवेदन न करें क्योंकि हर इन्क्वायरी आपके स्कोर को प्रभावित करती है।
पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करें क्योंकि लंबा क्रेडिट हिस्ट्री आपके स्कोर के लिए फायदेमंद होता है। विभिन्न प्रकार के क्रेडिट रखें जैसे क्रेडिट कार्ड, होम लोन, पर्सनल लोन आदि लेकिन केवल उतना ही जितना आप आसानी से चुका सकें। नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें और कोई गलत जानकारी हो तो तुरंत सुधार के लिए आवेदन दें। धैर्य रखें क्योंकि CIBIL Score में सुधार होने में समय लगता है लेकिन निरंतर अच्छे व्यवहार से निश्चित रूप से बेहतरी आती है।
Disclaimer
यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य से प्रदान की गई है। CIBIL Score की गणना में कई कारक शामिल होते हैं और व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार यह भिन्न हो सकता है। वित्तीय निर्णय लेने से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। CIBIL Score में सुधार एक लंबी प्रक्रिया है और तत्काल परिणाम की अपेक्षा न करें।