850 से ज्यादा करना है सिबिल स्कोर तो आजमाएं ये ट्रिक CIBIL Score

By Meera Sharma

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CIBIL Score

CIBIL Score: आज के वित्तीय जमाने में CIBIL Score एक ऐसा तीन अंकों का जादुई नंबर है जो आपकी पूरी आर्थिक किस्मत बदल सकता है। जब आपका CIBIL Score 850 से ऊपर होता है तो आप वित्तीय दुनिया के VIP क्लब के सदस्य बन जाते हैं। ऐसे व्यक्ति को लोन मिलना बच्चों का खेल हो जाता है और बैंक खुद उनसे संपर्क करके सबसे अच्छी दरों पर लोन ऑफर करते हैं। क्रेडिट कार्ड की मंजूरी तुरंत मिल जाती है और इमरजेंसी के समय पैसों की कोई कमी नहीं होती। यह स्कोर न केवल आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रमाण है बल्कि यह दर्शाता है कि आप अपने पैसों के मामले में कितने अनुशासित और जिम्मेदार हैं।

850+ का CIBIL Score हासिल करना किसी उपलब्धि से कम नहीं है क्योंकि यह केवल उन लोगों के पास होता है जो वर्षों से अपने वित्तीय अनुशासन का कड़ाई से पालन करते आए हैं। इस स्कोर वाले व्यक्ति को न केवल आसानी से लोन मिलता है बल्कि सबसे कम ब्याज दर भी मिलती है। उन्हें प्रीमियम क्रेडिट कार्ड मिलते हैं जिनमें विशेष सुविधाएं और रिवार्ड्स होते हैं। बैंक ऐसे ग्राहकों को अपना सबसे महत्वपूर्ण ग्राहक मानते हैं और उन्हें विशेष सेवाएं प्रदान करते हैं। इसलिए यदि आप भी इस एलीट क्लब का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको एक रणनीति के साथ काम करना होगा।

850+ CIBIL Score वाले लोगों की विशेषताएं

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जिन लोगों का CIBIL Score 850 से ऊपर होता है उनमें कुछ खास विशेषताएं होती हैं जो उन्हें आम लोगों से अलग बनाती हैं। सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि उनकी क्रेडिट हिस्ट्री 10-15 साल या उससे भी पुरानी होती है और वह बिल्कुल साफ-सुथरी होती है। ये वे लोग हैं जिन्होंने कभी भी अपनी किसी भी EMI या क्रेडिट कार्ड बिल की पेमेंट में एक दिन की भी देरी नहीं की है। वे समय पर भुगतान करने को अपनी आदत बना चुके हैं और इसे अपनी प्राथमिकता मानते हैं।

इन लोगों की दूसरी खासियत यह है कि वे अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का बहुत ही सोच-समझकर उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए यदि उनके पास 1 लाख रुपए की क्रेडिट लिमिट है तो वे कभी भी 10-15 हजार रुपए से अधिक का बिल नहीं आने देते। यह क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कहलाता है और ये लोग इसे हमेशा 15 प्रतिशत से भी कम रखते हैं। इनके पास केवल असिक्योर्ड लोन जैसे क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन ही नहीं होते बल्कि सिक्योर्ड लोन जैसे होम लोन या कार लोन भी होते हैं। यह मिश्रण CIBIL को बहुत पसंद आता है क्योंकि यह दिखाता है कि व्यक्ति विभिन्न प्रकार के क्रेडिट को संभालने में सक्षम है।

पहला सुनहरा नियम – कभी न करें विलंब

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CIBIL Score को 850+ तक पहुंचाने का सबसे महत्वपूर्ण और मूलभूत नियम यह है कि आपको कभी भी अपनी किसी भी EMI या क्रेडिट कार्ड बिल की पेमेंट में विलंब नहीं करना चाहिए। यहां तक कि एक दिन की देरी भी आपके CIBIL Score पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए हमेशा अपने सभी बिल और EMI को ड्यू डेट से 2-4 दिन पहले ही चुकता कर दें। यह आदत आपको वित्तीय अनुशासन सिखाती है और आपको एक जिम्मेदार उधारकर्ता के रूप में स्थापित करती है।

इस नियम का पालन करना शुरुआत में मुश्किल लग सकता है लेकिन आप स्मार्ट तरीका अपनाकर इसे आसान बना सकते हैं। अपने बैंक अकाउंट में ऑटो-डेबिट की सुविधा सेट कर लें जिससे आपके खाते से पैसा अपने आप कट जाएगा। इससे आपको याद रखने की जरूरत नहीं होगी और आपकी टेंशन भी खत्म हो जाएगी। आप अपने मोबाइल में रिमाइंडर भी सेट कर सकते हैं या कैलेंडर में डेट मार्क कर सकते हैं। जो भी तरीका अपनाएं, मुख्य बात यह है कि कभी भी पेमेंट में देरी न हो। यह नियम आपके CIBIL Score निर्माण की नींव है और इसके बिना आपका स्कोर कभी भी 850+ तक नहीं पहुंच सकता।

दूसरा सुनहरा नियम – क्रेडिट कार्ड को रखें खाली

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CIBIL Score बढ़ाने का दूसरा महत्वपूर्ण नियम यह है कि आपको अपने क्रेडिट कार्ड की टोटल लिमिट का 30 प्रतिशत से कम और आदर्श रूप से 10-15 प्रतिशत से भी कम उपयोग करना चाहिए। मान लीजिए कि आपके पास 1 लाख रुपए की क्रेडिट लिमिट है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपको पूरा 1 लाख खर्च कर देना चाहिए। जितना आप अपना क्रेडिट कार्ड खाली रखेंगे, आपका क्रेडिट स्कोर उतनी ही तेजी से बढ़ेगा। यह क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कहलाता है और यह CIBIL Score गणना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन दर्शाता है कि आप अपनी वित्तीय जरूरतों को बिना अधिक उधार लिए पूरा कर सकते हैं। यह आपकी वित्तीय स्थिरता और आत्म-नियंत्रण का प्रमाण है। बैंक और वित्तीय संस्थान ऐसे व्यक्ति को कम जोखिम वाला मानते हैं जो अपनी क्रेडिट सीमा का कम उपयोग करता है। यदि आपका खर्च अधिक है तो बेहतर होगा कि आप अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़वा लें ताकि आपका यूटिलाइजेशन रेशियो कम रहे। वैकल्पिक रूप से आप महीने में दो बार भुगतान कर सकते हैं ताकि आपका औसत बैलेंस कम रहे। याद रखें कि बैंक आपके स्टेटमेंट जेनरेशन के समय के बैलेंस को देखते हैं।

तीसरा सुनहरा नियम – पुराने कार्ड को न करें बंद

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CIBIL Score निर्माण में तीसरा महत्वपूर्ण नियम यह है कि आपको कभी भी अपना पुराना क्रेडिट कार्ड बंद नहीं करना चाहिए, चाहे आप उसका उपयोग न कर रहे हों। कई लोग नए और बेहतर क्रेडिट कार्ड के चक्कर में अपने पुराने कार्ड बंद कर देते हैं जो एक बड़ी गलती है। आपका पुराना क्रेडिट कार्ड आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की उम्र बढ़ाता है और जितनी लंबी आपकी क्रेडिट हिस्ट्री होगी, आपका CIBIL Score उतना ही अधिक होगा। क्रेडिट हिस्ट्री की लंबाई CIBIL Score गणना का 15 प्रतिशत हिस्सा है।

यदि आपका सबसे पुराना क्रेडिट कार्ड 10 साल पुराना है और आप उसे बंद कर देते हैं तो आपकी औसत क्रेडिट एज कम हो जाएगी। इससे आपके CIBIL Score पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यदि पुराने कार्ड में वार्षिक फीस है तो आप बैंक से बात करके फीस माफ करवाने की कोशिश कर सकते हैं या फीस फ्री वर्जन में कन्वर्ट करवा सकते हैं। वैकल्पिक रूप से आप साल में एक-दो बार छोटी खरीदारी करके कार्ड को एक्टिव रख सकते हैं। मुख्य बात यह है कि कार्ड एक्टिव रहे और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की निरंतरता बनी रहे। पुराने कार्ड आपकी वित्तीय विरासत हैं और इन्हें संभालकर रखना आपके भविष्य की वित्तीय सफलता के लिए आवश्यक है।

चौथा और पांचवां सुनहरा नियम – संयम और निगरानी

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चौथा महत्वपूर्ण नियम यह है कि आपको बार-बार नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए। जब भी आप किसी वित्तीय उत्पाद के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक आपकी CIBIL रिपोर्ट खींचता है जिसे हार्ड इन्क्वायरी कहते हैं। यह आपके CIBIL Score को थोड़ा कम कर देती है। यदि आप बार-बार आवेदन करते रहेंगे तो आपका स्कोर लगातार गिरता रहेगा। केवल वास्तविक आवश्यकता होने पर ही नए क्रेडिट के लिए आवेदन करें और अलग-अलग आवेदनों के बीच कम से कम 6 महीने का अंतर रखें।

पांचवां और अंतिम नियम है अपनी CIBIL रिपोर्ट पर नियमित निगरानी रखना। साल में कम से कम एक बार अपनी मुफ्त CIBIL रिपोर्ट जरूर चेक करें। कई बार बैंक की गलती से या डेटा एंट्री की त्रुटि से आपकी रिपोर्ट में गलत जानकारी आ जाती है जो आपके स्कोर को खराब कर देती है। यदि आपको कोई गलत जानकारी दिखे तो तुरंत CIBIL में ऑनलाइन डिस्प्यूट दर्ज कराएं। आप अपने बैंक से भी संपर्क करके गलत एंट्री को सुधरवा सकते हैं। नियमित मॉनिटरिंग से आप अपने स्कोर में होने वाले बदलावों को ट्रैक कर सकते हैं और समय पर सुधारात्मक कदम उठा सकते हैं।

समयसीमा और धैर्य की आवश्यकता

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CIBIL Score को 850+ तक पहुंचाना एक लंबी यात्रा है जिसमें धैर्य और निरंतर अनुशासन की आवश्यकता होती है। यदि आप एक नए क्रेडिट यूजर हैं तो 750+ का अच्छा स्कोर बनाने में आपको कम से कम 2-3 साल लगेंगे। उसके बाद 850+ की मंजिल तक पहुंचने में 7-10 साल या उससे भी अधिक समय लग सकता है। यह इसलिए क्योंकि उच्च स्कोर के लिए लंबी और साफ क्रेडिट हिस्ट्री की आवश्यकता होती है। यदि आपका वर्तमान स्कोर खराब है यानी 600-650 के बीच है तो पहले इसे 750 तक लाने में ही 3-4 साल लग सकते हैं।

हालांकि यह समयसीमा लंबी लगती है लेकिन यह असंभव नहीं है। कई लोगों ने सही रणनीति और निरंतर अनुशासन के साथ इस लक्ष्य को हासिल किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप हार न मानें और धैर्य रखें। हर महीने अपने स्कोर में छोटे-छोटे सुधार को सेलिब्रेट करें। याद रखें कि CIBIL Score केवल एक नंबर नहीं है बल्कि यह आपकी वित्तीय अनुशासन और जिम्मेदारी का प्रतीक है। एक बार जब आप 850+ का स्कोर हासिल कर लेते हैं तो आपकी पूरी वित्तीय जिंदगी बदल जाती है और यह प्रयास सार्थक हो जाता है।

Disclaimer

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यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य से प्रदान की गई है। CIBIL Score की गणना कई कारकों पर निर्भर करती है और व्यक्तिगत परिस्थितियों के अनुसार परिणाम भिन्न हो सकते हैं। स्कोर में सुधार एक धीमी प्रक्रिया है और तत्काल परिणाम की अपेक्षा न करें। वित्तीय निर्णय लेने से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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