हर महीने सैलरी से कटता है PF तो आपको मिलेंगे ये 7 फायदे, अधिकतर लोगों को नहीं है जानकारी EPFO New Rules

By Meera Sharma

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EPFO New Rules

EPFO New Rules: भारत में करोड़ों नौकरीपेशा लोगों के वेतन से हर महीने एक निश्चित राशि प्रॉविडेंट फंड के रूप में काटी जाती है। यह कटौती उनके भविष्य की वित्तीय सुरक्षा के लिए की जाती है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि अधिकांश कर्मचारी केवल इसे एक कटौती के रूप में देखते हैं। वे नहीं जानते कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन उन्हें केवल भविष्य के लिए पैसा बचाने में मदद नहीं कर रहा, बल्कि अनेक महत्वपूर्ण सुविधाएं भी प्रदान कर रहा है। ये सुविधाएं न केवल उनकी वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक हैं बल्कि आपातकाल में भी काम आती हैं। हर कर्मचारी को इन सुविधाओं की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे सही समय पर इनका लाभ उठा सकें।

पीएफ की राशि कर्मचारी के वेतन से काटकर दो हिस्सों में बांटी जाती है। पहला हिस्सा कर्मचारी प्रॉविडेंट फंड में जाता है जबकि दूसरा हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना में निवेश किया जाता है। कंपनी भी अपनी तरफ से बराबर का योगदान देती है। यह व्यवस्था केवल पैसा जमा करने तक सीमित नहीं है बल्कि कई अन्य लाभकारी योजनाओं का आधार भी है।

सेवानिवृत्ति पेंशन

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पीएफ का सबसे महत्वपूर्ण लाभ सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली मासिक पेंशन है। कर्मचारी पेंशन योजना के तहत जो राशि जमा होती है, उसके आधार पर 58 वर्ष की आयु के बाद व्यक्ति को आजीवन पेंशन मिलती है। इस पेंशन की पात्रता के लिए कम से कम 10 वर्ष की निरंतर सेवा आवश्यक है। न्यूनतम पेंशन राशि 1000 रुपये प्रतिमाह निर्धारित की गई है, जो व्यक्ति के योगदान के आधार पर बढ़ सकती है। यदि कोई व्यक्ति नौकरी छोड़ देता है तो भी 50 वर्ष की आयु से पहले यह राशि नहीं निकाली जा सकती। यह नियम इसलिए बनाया गया है ताकि व्यक्ति की भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित रहे।

पेंशन की राशि व्यक्ति के कुल योगदान, सेवा अवधि और औसत वेतन पर निर्भर करती है। जितना अधिक योगदान और सेवा काल होगा, उतनी ही अधिक पेंशन मिलेगी। यह व्यवस्था बुढ़ापे में व्यक्ति को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करती है।

परिवारिक सुरक्षा

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ईपीएफओ ने हर कर्मचारी के लिए अपने पीएफ खाते में नामांकन करना अनिवार्य कर दिया है। यह सुविधा परिवारिक सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। कर्मचारी अपने परिवार के किसी सदस्य या अन्य किसी व्यक्ति को अपना नामिती बना सकता है। दुर्भाग्यवश कर्मचारी की मृत्यु हो जाने पर उसके नामिती को पूरी पीएफ राशि मिल जाती है। संगठन समय-समय पर नामांकन अपडेट करने के लिए निर्देश जारी करता है ताकि यह जानकारी हमेशा अद्यतन रहे। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि व्यक्ति की मेहनत की कमाई उसके परिवार को बिना किसी कानूनी झंझट के मिल जाए।

नामांकन में बदलाव की सुविधा भी उपलब्ध है। जीवन में आने वाले बदलावों के अनुसार व्यक्ति अपने नामिती में परिवर्तन कर सकता है। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है।

स्वैच्छिक अतिरिक्त बचत

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स्वैच्छिक प्रॉविडेंट फंड एक अनूठी सुविधा है जो कर्मचारियों को अपनी बचत बढ़ाने का अवसर देती है। सामान्य पीएफ कटौती के अतिरिक्त कर्मचारी चाहे तो अपनी मूल वेतन से अधिक राशि वीपीएफ में निवेश कर सकता है। यह राशि भी पीएफ के समान ब्याज दर पर जमा होती है और कर छूट का लाभ भी मिलता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो भविष्य के लिए अधिक बचत करना चाहते हैं। वीपीएफ में निवेशित राशि पर भी वही नियम लागू होते हैं जो सामान्य पीएफ पर होते हैं। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होता।

वीपीएफ की राशि भी नियमित पीएफ के साथ मिलकर चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ देती है। यह दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होती है।

आपातकालीन निकासी

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पीएफ केवल सेवानिवृत्ति के बाद ही निकाला जा सकता है, यह धारणा गलत है। निर्धारित नियमों के अनुसार कर्मचारी आपातकालीन स्थितियों में अपने पीएफ खाते से आंशिक राशि निकाल सकता है। बच्चों की शिक्षा, पारिवारिक सदस्यों की शादी, गंभीर बीमारी के इलाज और घर निर्माण के लिए पीएफ से पैसा निकाला जा सकता है। जब पीएफ खाता सात वर्ष पुराना हो जाता है तो कुल राशि का 50 प्रतिशत तक निकाला जा सकता है। यह सुविधा आपातकालीन स्थितियों में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। निकासी के लिए उचित दस्तावेज और कारण प्रमाणित करना आवश्यक होता है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि कर्मचारी को जरूरत के समय अपने ही पैसे का उपयोग करने में कोई दिक्कत न हो।

प्रत्येक प्रकार की निकासी के लिए अलग नियम और सीमाएं निर्धारित हैं। कर्मचारी को इन नियमों की जानकारी रखनी चाहिए।

चक्रवृद्धि ब्याज

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पीएफ खाते में जमा राशि पर मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज इसका एक महत्वपूर्ण लाभ है। वर्तमान में यह दर 8.15 प्रतिशत वार्षिक है, जो अन्य सुरक्षित निवेश विकल्पों से काफी बेहतर है। चक्रवृद्धि ब्याज का मतलब है कि आपके मूल पैसे पर मिलने वाले ब्याज पर भी अगले साल ब्याज मिलता है। इससे समय के साथ राशि तेजी से बढ़ती है। लंबी अवधि में यह छोटी राशि को भी बड़ी मात्रा में बदल देता है। यह कंपाउंडिंग इफेक्ट धन निर्माण का एक शक्तिशाली साधन है। पेंशन योजना में भी जमा राशि पर इसी प्रकार का लाभ मिलता है। यह ब्याज दर सरकारी नीतियों के अनुसार समय-समय पर समायोजित की जाती है।

चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति का अधिकतम लाभ उठाने के लिए जल्दी शुरुआत करना और नियमित योगदान बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

जीवन बीमा सुरक्षा

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कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना पीएफ के साथ मिलने वाला एक अतिरिक्त लाभ है। यह योजना कार्यस्थल पर या कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु होने पर उसके परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस बीमा के तहत नामिती को अधिकतम 7 लाख रुपये तक की राशि मिल सकती है। इसके लिए कर्मचारी को कोई अतिरिक्त प्रीमियम नहीं देना पड़ता क्योंकि नियोक्ता मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 0.5 प्रतिशत इसके लिए योगदान देता है। यह एक निःशुल्क जीवन बीमा कवर है जो परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है। बीमा राशि व्यक्ति के वेतन स्तर पर निर्भर करती है। यह सुविधा सभी पीएफ सदस्यों को स्वतः उपलब्ध होती है।

यह बीमा तभी मिलता है जब मृत्यु सेवा के दौरान हो। सेवा छोड़ने के बाद यह कवर समाप्त हो जाता है।

नौकरी परिवर्तन और पूर्ण निकासी के नियम

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नौकरी छोड़ने या बदलने की स्थिति में पीएफ के साथ दो विकल्प उपलब्ध हैं। पहला विकल्प है पूरी राशि निकाल लेना जो नौकरी छोड़ने के दो महीने बाद किया जा सकता है। दूसरा विकल्प है राशि को नई नौकरी के पीएफ खाते में स्थानांतरित करना। स्थानांतरण का विकल्प बेहतर है क्योंकि इससे निरंतरता बनी रहती है और पेंशन की पात्रता भी प्रभावित नहीं होती। पूर्ण निकासी की स्थिति में टैक्स देना पड़ सकता है यदि सेवा अवधि पांच साल से कम है। ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से स्थानांतरण की प्रक्रिया बहुत सरल हो गई है। नए नियोक्ता का सहयोग लेकर यह कार्य आसानी से किया जा सकता है।

सही विकल्प चुनने से कर्मचारी की भविष्य की वित्तीय योजना पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हमेशा दीर्घकालिक लाभ को देखते हुए निर्णय लेना चाहिए।

प्रॉविडेंट फंड केवल बचत का साधन नहीं है बल्कि एक व्यापक वित्तीय सुरक्षा योजना है। इसके सातों लाभ मिलकर कर्मचारी और उसके परिवार की जीवनभर की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक हैं। वर्तमान की आपातकालीन जरूरतों से लेकर भविष्य की पेंशन तक, पीएफ हर स्तर पर सुरक्षा प्रदान करता है। हर कर्मचारी को इन सुविधाओं की पूरी जानकारी रखनी चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर इनका उचित उपयोग करना चाहिए। सही जानकारी और समझदारी से पीएफ का अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है और एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य का निर्माण किया जा सकता है।

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Disclaimer

यह लेख सामान्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। पीएफ संबंधी किसी भी निर्णय से पहले ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट से नवीनतम नियमों की जांच करें या योग्य सलाहकार से परामर्श लें। नियमों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं।

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Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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