LPG Gas Cylender: आज के समय में देश में लगातार बढ़ती महंगाई का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है। बिजली बिल से लेकर रसोई गैस तक, हर चीज की कीमतें आसमान छू रही हैं। विशेष रूप से एलपीजी गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों ने मध्यम वर्गीय और गरीब परिवारों का बजट बिगाड़ दिया है। हर महीने गैस सिलेंडर की नई कीमत का इंतजार करना परिवारों के लिए एक तनावपूर्ण स्थिति बन गई है। जून 2025 में जारी की गई नई दरों ने इस चिंता को और भी बढ़ा दिया है क्योंकि राहत की उम्मीद के विपरीत कीमतों में कोई खास गिरावट नहीं आई है।
रसोई गैस की बढ़ती कीमतों का प्रभाव सिर्फ घरेलू उपयोगकर्ताओं तक सीमित नहीं है बल्कि छोटे व्यापारी, रेस्टोरेंट मालिक और छोटे उद्योग संचालक भी इससे परेशान हैं। कमर्शियल गैस सिलेंडर की ऊंची कीमतें व्यापारिक गतिविधियों की लागत बढ़ा रही हैं जिसका असर अंततः उपभोक्ताओं पर ही पड़ता है। इस स्थिति में सरकार और तेल कंपनियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाएं।
जून 2025 में घरेलू गैस सिलेंडर की स्थिति
14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें जून 2025 में पिछले महीने के मुकाबले स्थिर रही हैं। अप्रैल 2025 में 50 रुपये की बढ़ोतरी के बाद मई और जून महीने में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है जो उपभोगकर्ताओं के लिए एक राहत की बात है। नई दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 853 रुपये है जबकि देश के अन्य प्रमुख शहरों में यह अलग-अलग है। पटना में यह 942 रुपये, गुजरात में 860 रुपये और हरियाणा में 854 रुपये है। पूर्वोत्तर राज्यों में परिवहन लागत के कारण कीमतें अधिक हैं।
त्रिपुरा में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 1013 रुपये है जबकि मिजोरम में यह 1005 रुपये तक पहुंच गई है। इन राज्यों में ऊंची कीमतों का मुख्य कारण दूरदराज का क्षेत्र होना और परिवहन की अतिरिक्त लागत है। देश के मैदानी इलाकों की तुलना में पहाड़ी और पूर्वोत्तर के राज्यों में गैस पहुंचाना महंगा पड़ता है। हालांकि कीमतों में स्थिरता बनी रहना उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है लेकिन अभी भी ये दरें काफी ऊंची हैं।
कमर्शियल गैस सिलेंडर में आई राहत
19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में जून 2025 में 24 से 26 रुपये की गिरावट देखी गई है जो व्यापारिक क्षेत्र के लिए एक राहत भरी खबर है। इस कमी का सबसे बड़ा फायदा छोटे दुकानदारों, रेस्टोरेंट मालिकों और छोटे उद्योग संचालकों को मिला है जो अपने कारोबार में कमर्शियल गैस का उपयोग करते हैं। उत्तर प्रदेश में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत 1845 रुपये है जबकि आंध्र प्रदेश में यह 1880 रुपये है। यह गिरावट अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी का प्रभाव हो सकती है।
कमर्शियल गैस की कीमतों में आई इस राहत से खाद्य उद्योग और छोटे व्यापारियों को अपनी परिचालन लागत कम करने में मदद मिलेगी। रेस्टोरेंट और होटल उद्योग जो बड़ी मात्रा में गैस का उपयोग करते हैं, उनके लिए यह कमी एक स्वागत योग्य कदम है। हालांकि यह कमी अभी भी बहुत छोटी है लेकिन यह एक सकारात्मक दिशा में बदलाव का संकेत देती है। अगर यह रुझान जारी रहे तो आने वाले महीनों में और भी राहत मिल सकती है।
सरकारी सब्सिडी योजना और लाभ
केंद्र सरकार द्वारा पात्र उपभोक्ताओं को 300 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है जो डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है। यह सब्सिडी सभी उपभोक्ताओं को नहीं मिलती बल्कि केवल उन्हीं लोगों को मिलती है जो सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग इस सब्सिडी के हकदार हैं। पहले उपभोक्ताओं को पूरी राशि चुकानी पड़ती है और बाद में सब्सिडी की राशि उनके बैंक खाते में आ जाती है।
इस सब्सिडी योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर गैस की बढ़ती कीमतों का बोझ कम करना है। हालांकि 300 रुपये की सब्सिडी वर्तमान कीमतों को देखते हुए पर्याप्त नहीं लगती लेकिन यह कुछ हद तक राहत जरूर प्रदान करती है। सरकार को इस सब्सिडी की राशि बढ़ाने पर विचार करना चाहिए ताकि आम जनता को वास्तविक लाभ मिल सके। डिजिटल ट्रांसफर सिस्टम से भ्रष्टाचार भी कम हुआ है और पैसा सीधे जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है।
गैस कीमतों में उतार-चढ़ाव के मुख्य कारण
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें केवल देश की आंतरिक नीतियों पर निर्भर नहीं करतीं बल्कि कई अंतर्राष्ट्रीय कारक भी इसे प्रभावित करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण कारक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत है जिसमें होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर गैस की कीमतों पर पड़ता है। डॉलर और रुपये की विनिमय दर भी एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि भारत अपनी तेल आवश्यकताओं का बड़ा हिस्सा आयात करता है। जब डॉलर मजबूत होता है तो आयात महंगा हो जाता है जिसका असर गैस की कीमतों पर पड़ता है।
सरकार द्वारा लगाया गया टैक्स और तेल कंपनियों की परिचालन लागत भी कीमत निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वैश्विक संकट, युद्ध या प्राकृतिक आपदाओं के कारण तेल की आपूर्ति में बाधा आने से भी कीमतें प्रभावित होती हैं। हाल के वर्षों में भू-राजनीतिक तनाव और कोविड-19 महामारी के कारण तेल बाजार में अस्थिरता देखी गई है। इन सभी कारकों को समझना जरूरी है ताकि कीमतों में होने वाले बदलाव की वजह समझी जा सके।
अपने शहर की कीमत जानने के आसान तरीके
यदि आप अपने शहर में वर्तमान गैस सिलेंडर की कीमत जानना चाहते हैं तो इसके लिए कई आसान तरीके उपलब्ध हैं। ऑनलाइन जांच के लिए आप भारत गैस, इंडियन ऑयल या हिंदुस्तान पेट्रोलियम की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। इन वेबसाइटों पर होम पेज पर एलपीजी कीमत से संबंधित विकल्प मिलता है जिस पर क्लिक करके आप अपने राज्य और शहर का चयन कर सकते हैं। चयन के बाद आपकी स्क्रीन पर आपके शहर की ताजा कीमत दिखाई देगी जो नियमित रूप से अपडेट होती रहती है।
ऑफलाइन जानकारी के लिए आप अपने नजदीकी गैस एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं या फोन करके भी कीमत पूछ सकते हैं। अधिकांश गैस एजेंसियां अपने कार्यालय में वर्तमान दरों की सूची लगाकर रखती हैं। मोबाइल ऐप्स भी उपलब्ध हैं जिनके जरिए आप रियल टाइम कीमतें देख सकते हैं और नई बुकिंग भी कर सकते हैं। नियमित रूप से कीमतों की जांच करना बेहतर होता है क्योंकि ये दरें महीने में कई बार बदल सकती हैं।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। LPG गैस सिलेंडर की कीमतें दैनिक आधार पर बदलती रहती हैं और विभिन्न शहरों में अलग-अलग हो सकती हैं। कृपया वर्तमान और सटीक कीमतों के लिए अपनी स्थानीय गैस एजेंसी या तेल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें। यह लेख किसी वित्तीय सलाह का विकल्प नहीं है।













