घर खरीदने का अच्छा मौका, गिरेंगी घरों की कीमत, 19 प्रतिशत बिक्री भी घटी Property Knowledge

By Meera Sharma

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Property Knowledge: हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह अपना खुद का घर खरीद सके लेकिन लगातार बढ़ती महंगाई और प्रॉपर्टी की आसमान छूती कीमतों के कारण यह सपना अधूरा रह जाता है। विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए घर खरीदना एक बड़ी चुनौती बन गया है क्योंकि उनकी आय के अनुपात में प्रॉपर्टी की कीमतें कहीं अधिक तेजी से बढ़ रही हैं। हालांकि अब स्थिति बदलने के संकेत मिल रहे हैं और आने वाले समय में घर खरीदने के इच्छुक लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर आने की संभावना है। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में घरों की कीमतों में गिरावट आ सकती है जो खरीदारों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

रियल एस्टेट बाजार में मंदी के संकेत

हालांकि रियल एस्टेट क्षेत्र में समग्र विकास जारी है लेकिन वर्तमान आंकड़े चिंताजनक तस्वीर प्रस्तुत कर रहे हैं। घरों की बिक्री में उन्नीस प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है जो इस क्षेत्र में आने वाली मुश्किलों का स्पष्ट संकेत है। यह गिरावट कई कारकों का परिणाम है जिसमें उच्च कीमतें, खरीदारों की कम क्रय शक्ति और बाजार में अनिश्चितता शामिल है। इस स्थिति के कारण डेवलपर्स के पास अनसोल्ड इन्वेंट्री बढ़ रही है जो अंततः कीमतों में कमी का कारण बन सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मंदी अस्थायी हो सकती है लेकिन खरीदारों के लिए यह एक अच्छा अवसर प्रदान कर सकती है।

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देश के प्रमुख शहरों में बिक्री की गिरावट

प्रॉपइक्विटी कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार देश के नौ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री में महत्वपूर्ण कमी आई है। अप्रैल से जून की अवधि में घरों की बिक्री उन्नीस प्रतिशत घटकर चौरानवे हजार आठ सौ चौंसठ इकाई रहने की संभावना है। पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा एक लाख सोलह हजार चार सौ बत्तीस इकाई था जो इस गिरावट की गंभीरता को दर्शाता है। यह दो हजार इक्कीस की तीसरी तिमाही के बाद पहली बार है जब घरों की बिक्री एक लाख इकाई से नीचे आई है। इस स्थिति ने बाजार में खरीदारों की कम मांग और डेवलपर्स की बढ़ती चिंताओं को उजागर किया है।

नई आपूर्ति में भी आई कमी

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बिक्री में गिरावट के साथ-साथ नई प्रॉपर्टी की आपूर्ति में भी उल्लेखनीय कमी देखी गई है। नई आपूर्ति एक लाख सत्रह हजार दो सौ आठ इकाई से घटकर बयासी हजार सत्ताईस इकाई रहने की संभावना है जो तीस प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। यह कमी डेवलपर्स की सतर्कता को दिखाती है जो बाजार की मांग को देखते हुए नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने में संयम बरत रहे हैं। लगातार चौथी तिमाही में आपूर्ति एक लाख इकाई से कम रही है जो बाजार में मौजूदा अनिश्चितता का प्रमाण है। इस स्थिति के कारण भविष्य में कीमतों में संतुलन आने की उम्मीद बढ़ गई है।

महानगरों में अलग-अलग स्थिति

विभिन्न महानगरों में प्रॉपर्टी बिक्री की स्थिति अलग-अलग है जो स्थानीय बाजार की परिस्थितियों को दर्शाता है। बेंगलुरु में घरों की बिक्री में छह प्रतिशत की गिरावट के साथ यह चौदह हजार छह सौ छिहत्तर इकाई रहने की संभावना है। हैदराबाद में स्थिति और भी गंभीर है जहां बीस प्रतिशत की गिरावट के साथ बिक्री ग्यारह हजार आठ सौ पंद्रह इकाई तक सीमित रह सकती है। मुंबई में तो स्थिति सबसे चिंताजनक है जहां चौंतीस प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ बिक्री आठ हजार छह इकाई तक पहुंच सकती है। नवी मुंबई में भी सत्रह प्रतिशत की गिरावट के साथ बिक्री छह हजार आठ सौ तैंतीस इकाई रहने की संभावना है।

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कुछ शहरों में विशेष चुनौतियां

महाराष्ट्र के ठाणे और पुणे जैसे शहरों में स्थिति विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है। ठाणे में घरों की बिक्री में चौंतीस प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ यह चौदह हजार आठ सौ बत्तीस इकाई तक सीमित हो सकती है। पुणे में भी सत्ताईस प्रतिशत की गिरावट के साथ बिक्री सत्रह हजार एक सौ छियानवे इकाई रह सकती है। कोलकाता में हालांकि गिरावट कम है लेकिन फिर भी आठ प्रतिशत की कमी के साथ बिक्री चार हजार चार सौ उनचास इकाई तक सीमित हो सकती है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि देश के अधिकांश प्रमुख शहरों में प्रॉपर्टी बाजार मंदी का सामना कर रहा है।

दिल्ली और चेन्नई में सकारात्मक रुझान

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जबकि अधिकांश शहरों में गिरावट देखी जा रही है वहीं दिल्ली और चेन्नई में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है। दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री में सोलह प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह ग्यारह हजार सात सौ तीन इकाई हो सकती है। चेन्नई में भी नौ प्रतिशत की वृद्धि के साथ बिक्री पांच हजार तीन सौ चौवन इकाई तक पहुंच सकती है। यह सकारात्मक रुझान इन शहरों की अर्थव्यवस्था की मजबूती और बेहतर रोजगार के अवसरों को दर्शाता है। हालांकि यह वृद्धि भी समग्र राष्ट्रीय गिरावट को संतुलित करने के लिए पर्याप्त नहीं है।

खरीदारों के लिए भविष्य की संभावनाएं

वर्तमान बाजार की स्थिति खरीदारों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना रही है। बिक्री में गिरावट और बढ़ती अनसोल्ड इन्वेंट्री के कारण डेवलपर्स को कीमतों में लचीलापन दिखाना पड़ सकता है। यह स्थिति विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए फायदेमंद हो सकती है जो लंबे समय से घर खरीदने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि खरीदारों को धैर्य रखना होगा और बाजार के रुझानों पर नज़र रखनी होगी। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगले कुछ महीनों में कीमतों में और भी सुधार देखने को मिल सकता है जो खरीदारों के लिए सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।

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Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी और बाजार विश्लेषण के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। प्रॉपर्टी की कीमतें बाजार की परिस्थितियों, सरकारी नीतियों और आर्थिक कारकों के आधार पर घटती-बढ़ती रहती हैं। प्रॉपर्टी खरीदने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का सही आकलन करें, विभिन्न विकल्पों की तुलना करें और विशेषज्ञों से सलाह लेना न भूलें।

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Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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